उत्तर प्रदेश की धरती पर बसा चित्रकूट भारतीय अध्यात्म और भक्ति का ऐसा केंद्र है, जो हर युग में साधकों, भक्तों और संतों का आश्रय रहा है। भगवान राम के वनवास का अधिकांश समय यहीं बीता और यही कारण है कि चित्रकूट की वादियाँ रामकथा और भक्ति से ओतप्रोत हैं। इन्हीं पर्वतों के बीच स्थित है रामगिरि शक्तिपीठ, जिसे 51 शक्तिपीठों में गिना जाता है। मान्यता है कि यहाँ माता सती का स्तन भाग गिरा था और तभी से यह स्थान शक्ति उपासना का प्रमुख धाम बन गया।
यह स्थल केवल एक धार्मिक केंद्र ही नहीं, बल्कि एक ऐसा स्थान है जहाँ आस्था, इतिहास और ज्योतिष तीनों का अनूठा संगम दिखाई देता है।
रामगिरि शक्तिपीठ का इतिहास और महत्व
रामगिरि शक्तिपीठ का उल्लेख देवी भागवत पुराण और कई प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। जब भगवान शिव माता सती के शरीर को लेकर ब्रह्मांड में तांडव कर रहे थे, तब भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से सती के शरीर को खंडित किया। इसी क्रम में माता का स्तन भाग चित्रकूट पर्वत पर आकर गिरा और यहाँ रामगिरि शक्तिपीठ की स्थापना हुई।
चित्रकूट पहले से ही भगवान राम की लीलाओं से जुड़ा था। तुलसीदास ने भी अपनी रामचरितमानस में चित्रकूट की महिमा का वर्णन किया है। कहा जाता है कि इस शक्तिपीठ में दर्शन करने मात्र से भक्तों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और जीवन में सौभाग्य बढ़ता है।
पूजन-विधि और विशेष आयोजन ✔️ रामगिरि शक्तिपीठ में माँ की पूजा बड़े श्रद्धा भाव से की जाती है। ✔️ सुबह-सुबह मंगला आरती और शाम की संध्या आरती यहाँ का प्रमुख आकर्षण हैं। ✔️ नवरात्रि में यहाँ का वातावरण अलौकिक हो जाता है, जब नौ दिनों तक माता के विविध स्वरूपों की पूजा की जाती है। ✔️ चैत्र और आश्विन मास में लगने वाले मेलों में हजारों भक्त यहाँ दर्शन करने आते हैं। ✔️ राम नवमी और दीपावली पर विशेष अनुष्ठान और भजन-कीर्तन होते हैं। माना जाता है कि माता ललिता की यहाँ आराधना करने से संतान सुख, सौभाग्य और वैवाहिक जीवन में सामंजस्य प्राप्त होता है।
ज्योतिषीय दृष्टि से रामगिरि शक्तिपीठ का महत्व ✔️ रामगिरि शक्तिपीठ की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहाँ की पूजा केवल आस्था का विषय नहीं, बल्कि ज्योतिषीय समाधान से भी जुड़ी हुई है। ✔️ जिनकी जन्म कुंडली में मंगल दोष होता है, वे यहाँ पूजा कर जीवन में संतुलन और सफलता पा सकते हैं। ✔️ काल सर्प दोष से पीड़ित जातकों के लिए भी यहाँ विशेष पूजन की मान्यता है। कहा जाता है कि इससे राहु-केतु का प्रकोप कम होता है। ✔️ जो लोग प्रतिदिन आज का राशिफल हिंदी में पढ़ते हैं, वे यदि यहाँ आकर माता की आराधना करें तो उनके निर्णय अधिक शुभ सिद्ध होते हैं। ✔️ जिनकी जन्म कुंडली इन हिंदी विवाह या करियर में रुकावट दिखाती है, उनके लिए यहाँ दर्शन विशेष फलदायी होते हैं। 2025 का राशिफल जिनके जीवन में उतार-चढ़ाव का संकेत देता है, उनके लिए रामगिरि शक्तिपीठ का आशीर्वाद नई दिशा और आत्मविश्वास देता है।
नियमित श्रद्धा से दर्शन करने वाले भक्तों का अनुभव है कि यहाँ आने के बाद उनका राशिफल आज का अधिक सकारात्मक परिणाम देने लगता है।
कैसे पहुँचे? रेल मार्ग: नजदीकी स्टेशन चित्रकूट धाम करवी है, जो प्रयागराज, सतना और झांसी से जुड़ा है। हवाई मार्ग: प्रयागराज और खजुराहो नजदीकी एयरपोर्ट हैं। सड़क मार्ग: इलाहाबाद, रीवा, सतना और खजुराहो से सीधी बस और टैक्सी सेवाएँ उपलब्ध हैं।
क्या देखें? कामदगिरि पर्वत: माना जाता है कि यहाँ भगवान राम ने लंबे समय तक तपस्या की थी। परिक्रमा का विशेष महत्व है। हनुमान धारा: एक ऐसा स्थल जहाँ से जल की धारा निरंतर बहती रहती है, और इसे श्री हनुमान से जोड़ा जाता है। गुप्त गोदावरी गुफाएँ: इन गुफाओं में आज भी रहस्यमयी आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव होता है। मंदाकिनी नदी का तट: स्नान और ध्यान के लिए उपयुक्त। भरत मिलाप मंदिर और वाल्मीकि आश्रम: ये स्थान रामायण काल की गाथाओं से जुड़े हैं।
यात्रियों के लिए टिप्स ✔️ सुबह और शाम का समय दर्शन के लिए श्रेष्ठ है। ✔️ धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए स्थानीय पुजारियों से संपर्क करें। ✔️ मंदिर और आसपास के क्षेत्र में स्वच्छता और मर्यादा बनाए रखें।
आधुनिक जीवन में प्रासंगिकता
आज का जीवन तेज़ी से बदल रहा है। करियर की चिंता, रिश्तों में तनाव, मानसिक असंतुलन और स्वास्थ्य की समस्याएँ आम हो गई हैं। ऐसे में रामगिरि शक्तिपीठ जैसे स्थल हमें आत्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
यह स्थान हमें यह भी सिखाता है कि जीवन की कठिनाइयाँ चाहे कितनी भी बड़ी हों, विश्वास, धैर्य और अध्यात्म से उन्हें पार किया जा सकता है। निष्कर्ष रामगिरि शक्तिपीठ, चित्रकूट केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आस्था, अध्यात्म और ज्योतिष का संगम है। यहाँ आकर भक्त न केवल देवी माँ का आशीर्वाद पाते हैं, बल्कि जन्म कुंडली, मंगल दोष और काल सर्प दोष जैसे जीवन की जटिलताओं से भी राहत महसूस करते हैं। यदि आप 2025 का राशिफल लेकर नई शुरुआत करना चाहते हैं या अपनी जन्म कुंडली इन हिंदी से जीवन की दिशा खोज रहे हैं, तो रामगिरि शक्तिपीठ की यात्रा आपके लिए आध्यात्मिक और व्यावहारिक समाधान का माध्यम बन सकती है।
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