"जो सत्पुरुषों को संसार-सागर से पार उतारने के लिए कावेरी और नर्मदा के संगम पर सदैव निवास करते हैं, उन अद्वितीय कल्याणमय भगवान् ओंकारेश्वर का मैं स्तवन करता हूँ।"
यहाँ का दर्शन, अभिषेक और अन्नदान, भक्ति को साकार और जीवन को कृतार्थ करता है। कहते हैं, यहाँ अन्नदान और तपस्या करनेवालों को शिवलोक में स्थान और परमशांति मिलती है।
✔️ ओंकारेश्वर-अमलेश्वर द्वैत्य लिंग: दोनों लिंगों के दर्शन करने से हर ग्रह दोष दूर होते हैं और जीवन में नए अध्याय खुलते हैं।
✔️ अभिषेक और रात्रि-आरती: मंदिर में विशेष जलहरा के माध्यम से गर्भगृह में जल चढ़ता है। रात्रि की आरती का दृश्य अत्यंत मनोहारी होता है।
✔️ पंचांग आधारित पर्व: कार्तिक मास, सावन, महाशिवरात्रि तथा पूर्णिमा के अवसर पर विशेष पूजा और मेलों का आयोजन होता है, जिसमें पंचांग के अनुसार विधिवत अनुष्ठान होते हैं।
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग की आराधना विशेष रूप से उन भक्तों के लिए शुभ है जो “ग्रह दोष कैसे दूर करें” या “ग्रहों का प्रभाव” समझना चाहते हैं। यहां:
✔️ कई ज्योतिष योग शुभ होते हैं, जैसे कि जीवन में सकारात्मक बदलाव, विवाह योग, धन योग आदि।
✔️ ज्योतिष परामर्श के लिए श्रद्धालु मंदिर परिसर में बैठे विद्वानों से परामर्श लेते हैं, और अपनी कुंडली या पंचांग दिखाकर आगामी भविष्य के लिए मार्गदर्शन पाते हैं।
✔️ यहाँ “ग्रह दोष” दूर करने के लिए रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप, नवग्रह शांति आदि पूजन होते हैं।
✔️ कैसे पहुँचें: ओंकारेश्वर रेलवे स्टेशन/रोड से 11 किमी, इंदौर एयरपोर्ट से 128 किमी दूर है। नियमित बसें, टैक्सी और नाव-सेवा उपलब्ध है।
✔️ रुकने की सुविधा: आस-पास धर्मशालाएं, होटल और गेस्टहाउस हर बजट के लिए हैं। मंदिर परिसर के पास सस्ती और आरामदायक सुविधाएं मौजूद हैं।
✔️ तीर्थ परिक्रमा: मान्धाता पर्वत की परिक्रमा करने का पुण्य अलग ही है– इसमें कई छोटे-बड़े मंदिर, तीर्थ और प्राकृतिक दृश्य मिलते हैं।
✔️ चौबीस अवतार, कुबेर भंडारी, सातमात्रा, सीतावाटिका और कई पौराणिक स्थल आपके धार्मिक एवं सांस्कृतिक अनुभव को समृद्ध करते हैं।
✔️ नर्मदा-कावेरी संगम, विशाल घाट, और अद्भुत प्राकृतिक छटा आत्मा को अभिभूत कर देती है।
ज्योतिष कोर्स – पंचांग, ज्योतिष योग, ग्रहों के प्रभाव को जानने-समझने और आध्यात्मिक ज्ञान के लिए।
ज्योतिषी परामर्श – अपनी कुंडली, ग्रह दोष शांति, विवाह या अन्य व्यक्तिगत विषयों पर विशेषज्ञों की मदद लें।
पर्सनल कुंडली – अपनी पर्सनल कुंडली बनवाएं और जानें अपने भाग्य की गहराइयां।
"ओंकारममलेश्वरम्"
अर्थ:
ओंकार तथा अमलेश्वर–दोनों ही ज्योतिर्लिंगों का दर्शन और पूजन समस्त ग्रहदोष, पाप, और मनोकामना को पूर्ण करते हैं।
श्रीओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि “पंचांग”, “ज्योतिष योग”, “ग्रह दोष”, और “ग्रहों का प्रभाव” जैसे रहस्यों का शक्तिशाली समाधान भी है। यहाँ आकर श्रद्धालु न केवल आत्मशांति पाते हैं, बल्कि ज्योतिषशास्त्र में मार्गदर्शन लेकर जीवन के हर पहलू को सरल एवं सकारात्मक बना सकते हैं।
यदि आप भी अपने जीवन में ग्रह दोष या बाधाएँ महसूस करते हैं या पंचांग अनुसार शुभ दिशा चाहते हैं, तो ओंकारेश्वर की शरण अवश्य लें।
जय शिव ओंकारेश्वर!
आपकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण हों और ग्रहों के दोष नष्ट हों—इसी शुभकामना के साथ।
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