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“सुबह के समय चाय पीना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और हम चाय पीकर रहेंगे”, ये कथन किसी का भी हो लेकिन लागू हर हिन्दुस्तानी पर होता है । आगे बढ़ने से पहले हम बाल गंगाधर तिलक साहब से उनके प्रसिद्ध कथन का सत्यानाश करने के लिए माफी चाहते हैं । वापस मुद्दे पे आते हैं कि सुबह चाय पिए बिना हमारा गुजारा ही नहीं हो सकता और अभी तो हम बस सुबह की बात कर रहे हैं अगर पूरे दिन का हिसाब लगाने बैठ गए तो खड़े हो पाना मुश्किल होगा ।
अब आप सोच रहे होंगे कि चाय का हिसाब लगाने की ऐसी क्या जरूरत आन पड़ी है ? दूध की कमी हो गई है या गाय-भैंस विलुप्त प्रजाति में शामिल हो गई हैं ? अरे नहीं , ना तो दूध की कमी है और ना ही गाय भैंस की । मूल प्रश्न ये है कि क्या हमें पता है कि चाय पीने से स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है ? और उससे भी बड़ा सवाल ये है कि चाय के साथ हम लोग जो भी खाते हैं ,क्या वो खाना चाहिए ? आज के लेख में आयुर्वेद की मदद से हम यह समझेंगे कि चाय के साथ किन चीजों का सेवन भूल से भी नहीं करना चाहिए ?
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चाय के सेवन से होने वाले प्रभाव –
चाय का अत्यधिक सेवन हमारे शरीर पर बुरा असर डालता है । चाय के सेवन से होने वाले प्रभाव निम्नलिखित हैं -
- चाय हमारे शरीर में पित्त दोष को बढ़ाती है । इससे शरीर में अम्ल की मात्रा बढ़ती है ।
- चाय पीने से हमारे शरीर में अग्नि तत्व की कमी होती है जिससे हमें समय से भूख नहीं लगती है । समय से भूख ना लगने से हमारी पूरी दिनचर्या अस्त व्यस्त हो जाती है ।
- ज्यादा चाय पीने से शरीर में वात दोष भी बढ़ जाता है जिससे त्वचा पर रूखापन आ जाता है ।
- चाय के अत्यधिक सेवन से हमारी नींद भी बहुत कम हो जाती है जिससे हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है ।
- दिन में कई बार चाय पीने से हमारे शरीर में मोटापा बढ़ता है क्योंकि चाय के एक कप में 40 से 50 तक केलॉरी पाई जाती है ।
आयुर्वेद के अनुसार चाय कैसे बनाएं ?
चाय बनाने के लिए पानी में अदरक डालकर उबाल लीजिए । उसके बाद उसमें थोड़ी सी चीनी डाल लीजिए । तत्पश्चात चाय की पत्ती डालकर गैस बंद कर दें । ध्यान रहे कि चाय की पत्ती को उबालना नहीं है । इसके 2-3 मिनट बाद उसमें थोड़ा स दूध डालकर छान लें । आयुर्वेदिक चाय बनाने के लिए आप इसमें अदरक , लौंग ,सौंठ ,काली मिर्च ,तुलसी के पत्ते ,दालचीनी आदि चीजों का प्रयोग कर सकते हैं ।
चाय के साथ इन चीजों का सेवन कभी ना करें –
आयुर्वेद में विरुद्ध आहार के विषय में विस्तार से बताया गया है । चाय,दूध से बनाई जाती है व इसके साथ खाए जाने वाले अधिकांश पदार्थ जैसे बिस्किट, ब्रेड आदि में नमक पाया जाता है । दूध और नमक को आयुर्वेद में विरुद्ध आहार की श्रेणी में रखा गया है । विरुद्ध आहार के सेवन से शरीर में वात ,पित्त व कफ दोष में वृद्धि होती है । इसके अलावा इससे हमारे शरीर में पाई जाने वाली सातों धातुओं को भी नुकसान पहुँचता है । विरुद्ध आहार के सेवन से पाचन संबंधी कई समस्याएं भी देखने को मिलती हैं । चाय के साथ रोटी या पराठा खाना भी पाचन के लिए अच्छा नहीं माना जाता है ।
निष्कर्ष –
इस प्रकार से यह कहा जा सकता है कि सबको अच्छी लगने वाली चाय हमारे शरीर के लिए बहुत अच्छी नहीं होती है । इसलिए चाय कम से कम मात्रा में ही पियें व चाय के साथ विरुद्ध आहार का सेवन ना करें ।
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