INR (₹)
India Rupee
$
United States Dollar

आयुर्वेद के अनुसार अपनी त्वचा व बालों को ऐसे स्वस्थ रखें !

Created by Asttrolok in Astrology 30 Aug 2023
Share
Views: 280
आयुर्वेद के अनुसार अपनी त्वचा व बालों को ऐसे स्वस्थ रखें !

कहा जाता है कि कई बार जो होता है वो हमें दिखता नहीं है और जो हमें दिखता है वो होता नहीं है। सुंदर होना और सुंदर दिखना, दोनों अलग अलग बातें हैं। तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो सुंदर दिखना , सुंदर होने से आसान काम है। आज के लेख में हम आसान काम को और अधिक आसान बनाने वाले हैं। जब भी हम सुंदरता की बात करते हैं तो हमारे सामने दो चीजें निकल कर आती हैं। पहली हमारी त्वचा और दूसरे हमारे बाल। अगर किसी की त्वचा और बाल पूर्ण रूप से स्वस्थ हों तो वह कम से कम बाह्य सुंदरता तो प्राप्त कर ही लेता है इसलिए आज हम अपनी त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने के लिए आयुर्वेद में बताए गए उपायों को जानने वाले हैं। 

हमारे आयुर्वेद विशेषज्ञ के साथ चिकित्सा ज्योतिष समाधान प्राप्त करें, अभी संपर्क करें

ज्योतिष के वीडियो कोर्स की मदद से अपने घर पर आराम से ज्योतिष सीखें। वैदिक ज्योतिष संस्थान (एस्ट्रोलोक) आपको वास्तु, हस्तरेखा, अंक विज्ञान और चिकित्सा ज्योतिष जैसे सर्वोत्तम ज्योतिष पाठ्यक्रम प्रदान करता है। अभी अपना निःशुल्क ज्योतिष पाठ्यक्रम प्राप्त करें। उन्नत ज्योतिष पाठ्यक्रम के लिए अभी नामांकन करें जो विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री आलोक खंडेलवाल द्वारा पढ़ाया जाता है। 

त्वचा व बालों को स्वस्थ रखने का आयुर्वेदिक उपचार -


आयुर्वेद में शरीर की हर व्याधि के लिए प्राकृतिक उपाय बताए गए हैं । अन्य उपायों के तरह ही आयुर्वेद में त्वचा व बालों को स्वस्थ रखने के लिए तीन महत्वपूर्ण पदार्थ बताए गए हैं , जो निम्नलिखित हैं -

- भृंगराज

- गिलोय

- शुद्ध घी

अपनी त्वचा व बालों को स्वस्थ रखने के लिए हमें लंबे समय तक इनके देखभाल की आवश्यकता है इसलिए प्रकृति की गोद में से चुने गए इन तत्वों का हम लंबे समय तक बिना किसी नुकसान के सेवन कर सकते हैं

भृंगराज को बालों की मजबूती के लिए बहुत लाभप्रद माना जाता है। बालों का सफेद होना , बालों का कमजोर होना , बालों में रूसी होना ,ये कुछ ऐसी आम समस्याएं हैं जिनका सामना आजकल लगभग हर व्यक्ति कर रहा है। इसका प्रमुख कारण मानसिक तनाव भी है। इस समस्या से बचने के लिए आयुर्वेद में भृंगराज को श्रेष्ठ औषधि बताया गया है। अगर हम गिलोय की बात करें तो आयुर्वेद में इसे भी कई गुणों से युक्त औषधि की संज्ञा दी गई है। गिलोय ऐसी औषधि है जो वात दोष , पित्त दोष व कफ दोष तीनों में समान रूप से कार्य करती है। यहाँ पर हम गिलोय की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इसका मुख्य कार्य त्वचा को स्वस्थ रखना भी है। त्वचा संबंधी विकार हमारे पेट से व रक्त संबंधी विकार से उत्पन्न से होते हैं। गिलोय हमारे रक्त संबंधी विकारों को दूर करके त्वचा को स्वस्थ करने का काम करती है। त्वचा संबंधी रोग जैसे कुष्ठ रोग , चर्म रोग आदि में गिलोय का उपयोग लाभप्रद सिद्ध होता है। घी की यह विशेषता होती है कि वह स्वयं तो लाभप्रद होता ही है और दूसरों के साथ मिल कर उनके लाभ में कई गुण बढ़ोत्तरी कर देता है । इसलिए शुद्ध घी को भृंगराज में या गिलोय में मिला कर उपयोग करने से, दोनों ही अधिक लाभ प्रदान करेंगे।


यह भी पढ़ें:- मानसिक रोग के कारण व समाधान ! 

तीनों पदार्थों का उपयोग कैसे करें ?


इन पदार्थों का सेवन कब करना है और कितनी मात्रा में करना है , इसको सावधानी से समझने की आवश्यकता है । सबसे पहले श्रेष्ठ समय जान लेते हैं। भोजन के बाद इनका सेवन करने से सबसे अधिक व सबसे श्रेष्ठ लाभ प्राप्त होता है । अगर मात्रा की बात की जाए तो दो ग्राम भृंगराज चूर्ण , दो ग्राम गिलोय व एक चम्मच शुद्ध घी को मिलाकर खाने से त्वचा व बाल , दोनों को भरपूर पोषक तत्व मिलेंगे।


निष्कर्ष -

त्वचा व बालों को स्वस्थ रखने के लिए आयुर्वेद में भृंगराज , गिलोय व शुद्ध घी को प्रमुख औषधि बताया गया है। अगर आप दोपहर व रात के भोजन के बाद भृंगराज व गिलोय के चूर्ण का घी में मिला कर सेवन करते हैं तो निश्चित रूप से आपको अपनी त्वचा व बालों में प्रभावी बदलाव देखने को मिलेगा।

यह भी पढ़ें:- सभी रोगों में काम आने वाले औषधीय पौधे के बारे में जानिए !

Comments (0)

Asttrolok

Asttrolok

Admin

Consultants

Yogesh Pratap Singh

Yogesh Pratap Singh

Astrology Hindi, English Exp: 4+ Year
Arti Walia

Arti Walia

Astrology Hindi, English Exp: 5+ Year
Rajat Wadhwa

Rajat Wadhwa

Astrology Hindi, English Exp: 6 Years
Divyam Gupta

Divyam Gupta

Astrology Hindi, English Exp: 5+ Year
Mamta Arora

Mamta Arora

Astrology Hindi, English Exp: 3+ Year
Acharya Panduranga

Acharya Panduranga

Astrology Hindi, Telugu Exp: 6+ Year
Ritu tuli

Ritu tuli

Astrology Hindi, English Exp: 5+ Year
Mrs. Riddika Panchal

Mrs. Riddika Panchal

Numerology Expert

Share

Share this post with others

GDPR

When you visit any of our websites, it may store or retrieve information on your browser, mostly in the form of cookies. This information might be about you, your preferences or your device and is mostly used to make the site work as you expect it to. The information does not usually directly identify you, but it can give you a more personalized web experience. Because we respect your right to privacy, you can choose not to allow some types of cookies. Click on the different category headings to find out more and manage your preferences. Please note, that blocking some types of cookies may impact your experience of the site and the services we are able to offer.