भारत की धरती शक्तिपीठों से पवित्र और गौरवशाली है। हर शक्तिपीठ देवी सती के अंग-विशेष से जुड़ा हुआ है और उनमें से एक है त्रिपुरा सुंदरी शक्तिपीठ, जो त्रिपुरा (उत्तरी-पूर्व भारत) के उदाipur जिले में स्थित है। यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि तंत्र साधना और ज्योतिषीय रहस्यों का भी अद्भुत केंद्र माना जाता है। यहाँ देवी के चरण गिरे थे और तभी से यह धाम शक्ति उपासना का अनोखा स्थल बन गया।
पौराणिक कथा के अनुसार जब माता सती ने राजा दक्ष के यज्ञ में अपमान सहकर अपने प्राण त्याग दिए, तब भगवान शिव शोक में सती के शरीर को लेकर विचरण करने लगे। भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से सती के शरीर के अंग-विशेष पृथ्वी पर गिराए। जहाँ-जहाँ ये गिरे, वहाँ शक्तिपीठ बने।
त्रिपुरा सुंदरी शक्तिपीठ उन 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहाँ माता का दाहिना पैर गिरा था। इस स्थान को "कोमल चरणों का धाम" भी कहा जाता है। यहाँ की देवी को त्रिपुरेश्वरी या त्रिपुरा सुंदरी के नाम से पूजा जाता है।
यहाँ का मंदिर शिखर शैली में बना हुआ है और इसकी सुंदरता भक्तों को आध्यात्मिक आनंद का अनुभव कराती है। यह शक्तिपीठ तंत्र साधना का प्राचीन और शक्तिशाली केंद्र भी है, जहाँ अनेक साधक विशेष अवसरों पर साधना करते हैं।
नवरात्रि में यहाँ अद्भुत भव्य मेला लगता है।
तांत्रिक साधना के लिए यह स्थान देशभर में प्रसिद्ध है।
यहाँ "श्रीचक्र" स्थापित है, जो माँ के दिव्य स्वरूप और शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए माता को चुनरी, नारियल और प्रसाद अर्पित करते हैं।
त्रिपुरा सुंदरी शक्तिपीठ केवल एक मंदिर नहीं है, बल्कि ज्योतिष और आध्यात्मिक ऊर्जा का संगम है।
जिनकी जन्म कुंडली में ग्रहों का असंतुलन या दोष दिखाई देता है, उनके लिए यहाँ की पूजा अत्यंत फलदायी मानी जाती है।
काल सर्प दोष से पीड़ित लोग यहाँ पूजा करके राहत पाने की कामना करते हैं।
अंक ज्योतिष के अनुसार, इस धाम का संबंध "तीन" अंक से है, जो रचनात्मकता और दिव्य ऊर्जा का प्रतीक है।
भक्त अक्सर यहाँ आने से पहले आज का राशिफल हिंदी में पढ़कर शुभ समय देखकर यात्रा करते हैं।
कई साधक लाल किताब के सरल उपायों को यहाँ की साधना से जोड़कर अपनाते हैं।
👉 ज्योतिष सीखना चाहते हैं तो ऑनलाइन ज्योतिष कोर्स कर सकते हैं।
👉 अपनी कुंडली और ग्रह स्थिति पर मार्गदर्शन हेतु ज्योतिष परामर्श उपलब्ध है।
👉 जीवन की दिशा जानने के लिए पर्सनलाइज्ड कुंडली सेवा आपके लिए लाभकारी हो सकती है।
आज के समय में जब लोग मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह और ग्रह दोषों से परेशान रहते हैं, तब ऐसे तीर्थस्थल मन को शांति और आत्मबल प्रदान करते हैं। त्रिपुरा सुंदरी शक्तिपीठ हमें यह विश्वास दिलाता है कि चाहे जीवन कितना भी कठिन क्यों न लगे, माँ की शरण में जाने से सब संभव है।
यह स्थान केवल एक धार्मिक धाम नहीं बल्कि एक ऐसा आध्यात्मिक ऊर्जा केंद्र है, जहाँ हर भक्त को नई प्रेरणा और जीवन की दिशा मिलती है।
यह भी पढ़ें: जनस्थान शक्तिपीठ – देवी सती की ठोड़ी का दिव्य धाम और नवरात्रि पर भक्तों की आस्था का केंद्र