महाराष्ट्र के पुणे जिले में सह्याद्रि की पर्वत श्रृंखलाओं के बीच, भीमा नदी के उद्गम स्थल पर स्थित श्रीभीमाशंकर ज्योतिर्लिंग द्वादश ज्योतिर्लिंगों में छठे स्थान पर पूजनीय है। यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य, पौराणिक कथा और आध्यात्मिक ऊर्जा भक्तों को भक्ति में डूबने का अद्भुत अनुभव देती है।
कथाओं के अनुसार, कुम्भकर्ण और कर्कटी के पुत्र भीम ने वरदान पाकर देवताओं और ऋषियों पर अत्याचार शुरू कर दिया। भगवान शिव के परम भक्त राजा सुदक्षिण की रक्षा और लोक कल्याण के लिए शिवजी ने यहाँ अवतार लिया और भीम का वध किया। घटना के बाद यहीं भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग की स्थापना हुई।
श्रीभीमाशंकर धाम केवल भक्ति का स्थल ही नहीं, बल्कि वैदिक ज्योतिष के अनुसार एक शक्तिशाली ऊर्जा केंद्र माना जाता है, जहाँ ग्रहों की स्थिति के अनुसार विशेष अनुष्ठानों का आयोजन होता है।
✔️ लग्न अर्थ और कुंडली विश्लेषण – मंदिर के विद्वान पुजारी जन्म लग्न और ग्रह स्थिति के अनुरूप पूजन और उपाय बताते हैं, जिससे कार्यों में सफलता और जीवन में स्थिरता आती है।
✔️ नवग्रह शांति – यहां करवाया जाने वाला नवग्रह पूजन विशेष रूप से ग्रह दोषों के निवारण और मानसिक संतुलन के लिए फलदायी माना जाता है।
✔️ शनि साढ़ेसाती शांति – महामृत्युंजय जाप, रुद्राभिषेक और दान-धर्म के विशेष अनुष्ठान शनि साढ़ेसाती और अन्य शनि दोष के प्रभाव को कम करते हैं।
✔️ महादशा परिवर्तन – जीवन में महादशा बदलने के समय यहाँ पूजन करने से नकारात्मक प्रभाव कम और सकारात्मक अवसर अधिक होते हैं।
✔️ षोडशोपचार पूजन एवं रुद्राभिषेक – मनोकामना पूर्ति और मानसिक शांति के लिए।
✔️ महाशिवरात्रि और सावन मास – लाखों भक्त जलाभिषेक व रात्रि जागरण के लिए आते हैं।
✔️ शिवलिंग से बहती जलधारा – भक्तों के लिए अलौकिक अनुभव।
कैसे पहुंचे: पुणे से 122 किमी, निकटतम रेलवे स्टेशन करजत।
समय: अक्टूबर से मार्च और सावन-शिवरात्रि का समय उत्तम।
ठहरने की सुविधा: धर्मशालाएँ, गेस्ट हाउस, पंडा निवास।
✔️ मोक्षकुंड, ज्ञानकुंड
✔️ गुप्त भीमेश्वर, पापनाशिनी
✔️ कमलजा देवी मंदिर, व्याघ्रपाद तीर्थ
ज्योतिष कोर्स – लग्न अर्थ, नवग्रह, वैदिक ज्योतिष सीखने के इच्छुक लोगों के लिए।
ज्योतिषी परामर्श – शनि साढ़ेसाती, महादशा और ग्रह दोष निवारण के लिए विशेषज्ञ मार्गदर्शन।
पर्सनल कुंडली – अपने लग्न और ग्रह स्थितियों के अनुसार सटीक पूजा व उपाय जानने के लिए।
श्रीभीमाशंकर ज्योतिर्लिंग न केवल भक्ति और अध्यात्म का केंद्र है, बल्कि वैदिक ज्योतिष के अनुरूप जीवन की जटिल समस्याओं के समाधान का भी एक प्रमुख स्थल है। यहाँ की पूजा और अनुष्ठान — चाहे वह नवग्रह शांति हो, शनि साढ़ेसाती का निवारण, लग्न अर्थ आधारित उपाय या महादशा परिवर्तन के अवसर पर — हर श्रद्धालु के जीवन पथ में सकारात्मक दिशा देने वाले माने जाते हैं।