INR (₹)
India Rupee
$
United States Dollar

ज्योतिष के अनुसार सावन के महीने का महत्व और प्रभाव

Created by Asttrolok in Astrology 30 Aug 2023
Share
Views: 633
ज्योतिष के अनुसार सावन के महीने का महत्व और प्रभाव

श्रावण मास 2021


हिंदु धर्म में सावन के महीने का बहुत अधिक महत्व होता है। सावन का महीना हिंदु पंचांग का पांचवा महीना होता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने में भगवान शिव की विधी विधान से पूजा अर्चना करनी चाहिए । ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में जो व्यक्ति हर रोज शिवलिंग पर जल चढ़ाता है उसकी मनोकामनाएं जल्दी पूरी होती है । सावन का महीना इसलिए खास है क्योंकि इस समय खास मंत्रो से शिवलिंग पर जलाभिषेक किया जाता है। ज्योतिष के  नजरिए से भी सावन के पावन महीने में शिवलिंग पर जल चढ़ाने से कई तरह के लाभ मिलते हैं । ऐसी मान्यता है जो नियमित रूप से शिवलिंग पर जल चढ़ाता है उसकी कुंडली में अशुभ ग्रहों का प्रभाव कभी नहीं रहता है । सावन के महीने में इसका महत्व और बड़ जाता है । शिवलिंग का अभिषेक करने से नकारात्मक ऊर्जा हमेशा के लिए दूर चली जाती है । सावन के महीने का प्रकृति से भी गहरा संबंध है क्योंकी इस माह में वर्षा ऋतु होने से संपूर्ण धरती बारिश से हरी भरी हो जाती है । गीष्म ऋतु के बाद इस माह में बारिश होने से मानव समुदाय को बड़ी राहत मिलती है । भक्त सावन के महीने में सच्चे मन और पूरी श्रद्धा के साथ महादेव का व्रत करते हैं तो उसे शिव का आशीर्वाद जरूर प्राप्त होता है । विवाहित महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने और अविवाहित महिलाए अच्छे वर के लिए भी सावन में शिवजी का व्रत रखती है तो अच्छे वर की प्राप्ती होती है । सावन के महीने में शुभ त्योहार हरायली तीज , नागपंचमी और रक्षाबंधन का सफल आयोजन किया जाता है ।



Get Free Astrology Course

धार्मिक मान्यता है कि सोमवार व्रत करने से दुख, कष्ट और परेशानियों से छुटकारा मिलता है तथा  सुखी, निरोगी काया और समृद्ध जीवन का आनंद पाता है । सावन माह में सोमवार को जो भी पूरे विधि विधान से शिव की पूजा करता है वह शिवजी का विशेष आशीर्वाद पाता है |  जिन लोगों को विवाह में परेशानी आ रही हो उन्हें सावन के महीने मे भगवान शंकर की विशेष रूप से पूजा करनी चाहिए । भगवान शिव की कृपा से विवाह संबधित समस्याएं दूर हो जाती है ।

सावन माह में शिव की पूजा करने से सभी तरह के पापो से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है ।




  • सुबह जल्दी उठ जाए और स्नान आदि के बाद साफ वस्त्र धारण करें ।


  • घर के मंदिर में दीप प्रज्ज्वलित करे


  • शिवलिंग में गंगा जल और दूध चढ़ाएं


  • भगवान शिव को सफेद पुष्प अर्पित करें


  • भगवान शिव को बेल पत्र अर्पित करें


  • भगवान शिव की आरती करे और भोग लगाएं


  • सावन के महीने में भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करे ।


Read More: Guru Purnima 2021: आषाढ़ मास की गुरु पूर्णिमा, महत्व व विशेष संयोग

इस माह सावन सोमवार का व्रत सर्वाधिक महत्वपूर्ण  है । दरअसल श्रवण मास भगवान भोले नाथ को सबसे प्रिय है । शिव पुराण के अनुसार जो व्यक्ति इस माह में सोमवार का व्रत करता है भगवान शिव उसकी समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण कर देते है । सावन के महीने मे लाखो श्रद्धालु ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए उज्जैन, ओमकारेश्वर एवं भारत के कई धार्मिक स्थलों पर जाते हैं । सावन माह में शिव का ध्यान करके ॐ नमः शिवाय और महाम्रतुंजय का जाप करने से  बिमारी, दुर्घटना , और अकाल मृत्यु से मुक्ति मिलती है ।




  • मनचाह जिवन साथी मिलता है, साथ में भक्त को आध्यात्मिक उत्थान होता है ।


  • सावन माह में शिव पर अभिषेक, पूजा और ध्यान करने से कुंडली के काल सर्प दोष का निवारण होता है ।


  • ज्योतिष के अनुसार कुंडली में राहु की महादशा चल रही हो और परेशानियां बढ़ रही हो तो सावन माह में शिवलिंग का अभिषेक और पूजा अर्चना करने से राहु की महादशा में राहत मिलती है ।


  • शिव के आशिर्वाद और ग्रहों की शांती के लिए यह महीना बहुत महत्वपूर्ण है ।


सावन के महीने में शिव के अभिषेक के फल




  • दूध से अभिषेक करने पर परिवार में कलह व मानसिक पीड़ा में शांति मिलती है ।


  • घी से अभिषेक करने पर वंश वृद्धि होती है ।


  • गुलाब के इत्र से अभिषेक करने पर भौतिक सुखों की प्राप्ती होती है ।


  • शहद से अभिषेक करने पर परिवार में बीमारियों का अधिक प्रकोप नही रहता ।


  • गन्ने के रस की धारा डालते हुए अभिषेक करने से आर्थिक समृद्धि और परिवार में सुखद माहोल बना रहता है ।


  • गंगा जल से अभिषेक करने पर चारो पुरुषार्थ की प्राप्ति होती हैं ।


  • अभिषेक करते समय महाम्रतुंजय का जाप करने से फल की प्राप्ति कई गुना अधिक हो जाती है ।


  • बिल्वपत्र चढ़ाने से पापों और रोगों से मुक्ति मिलती है ।


  • कमल पुष्प चढ़ाने से शांति और धन की प्राप्ति होती है ।


  • दुर्वा चढ़ाने से आयु में वृद्धि होती है ।


  • धतुरा अर्पित करने से पुत्र रत्न की प्राप्ति और पुत्र सुख मिलता है ।


  • शमी पत्र चढ़ाने से पापों का नाश होता है, शत्रुओं का शमन और भूत प्रेत बाधा से मुक्ति मिलती हैं।


ममता अरोरा

Comments (0)

Asttrolok

Asttrolok

Admin

Consultants

Shampa Basu

Shampa Basu

Astrology Hindi, English Exp: 3+ Year
Dr.MilanSolanki

Dr.MilanSolanki

Astrology&Ayurveda 4+ Year Exp. Hindi, English
Nikieta Dhanaani

Nikieta Dhanaani

Astrology, Numerology Hindi Exp: 4+ Year
Dr. Narendra Umrikar

Dr. Narendra Umrikar

Astrology | Vastu Specialist
Vanya Ojha

Vanya Ojha

Astrology Hindi, English Exp: 5+ Year
Preeti Tandon

Preeti Tandon

Astrology Hindi, English, Marathi Exp: 5+ Year
Shubham Agrawal

Shubham Agrawal

Astrology Hindi, English Exp: 5+ Year
Saloni Raizada

Saloni Raizada

Astrology 3+ Year Exp. Hindi, English

Share

Share this post with others

GDPR

When you visit any of our websites, it may store or retrieve information on your browser, mostly in the form of cookies. This information might be about you, your preferences or your device and is mostly used to make the site work as you expect it to. The information does not usually directly identify you, but it can give you a more personalized web experience. Because we respect your right to privacy, you can choose not to allow some types of cookies. Click on the different category headings to find out more and manage your preferences. Please note, that blocking some types of cookies may impact your experience of the site and the services we are able to offer.