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आज हम बात करने जा रहे हैं रणवीर सिंह की जन्म कुंडली के बारे में, जिन्होंने बहुत ही कम समय में फ़िल्मी दुनिया में जो कामयाबी हासिल करी हैं वो सराहनीय हैं ।
आइये जानते हैं इनकी कुंडली में ऐसे कौन से योग हैं जो इनको सफल बना रहे हैं
विश्वविख्यात योग, नीचभंग राजयोग, धनयोग और इसके अलावा अंत में प्रेम विवाह योग ।
विश्वविख्यात योग :-
लगन भाव में 6 नंबर (कन्या) राशि हैं जिसका स्वामी बुध हैं और कर्म भाव में 3 नंबर (मिथुन) राशि हैं जिसका स्वामी भी बुध हैं जो की कुंडली में एकादश भाव में विराजमान होकर विश्वविख्यात योग बना रहा हैं ।
ध्यान दें:-
ऐसा कहते हैं ज्योतिष शास्त्र में की यदि दशमेश एकादश भाव में विराजमान हो और उस पर शुभ ग्रह की द्रिष्टि हो तो वो जातक को विश्वविख्यात बनाती हैं ।
नीचभंगराज योग :-
पंचम भाव में 10 नंबर (मकर) राशि हैं जिसका स्वामी शनि होता हैं लेकिन मकर राशि में गुरु विराजमान हैं जो की गुरु की नीच राशि होती हैं लेकिंन मकर राशि का स्वामी शनि 7 नंबर ( तुला ) राशि में विध्यमान हैं जो की शनि की उच्च राशि होती हैं इसका मतलब गुरु का नीचभंग राजयोग बन रहा है.
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ध्यान दें:-
ऐसा कहते हैं ज्योतिष शास्त्र में की यदि कुंडली में नीचभंग राजयोग बन रहा हैं तो जातक को जीवन में सफलता के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती हैं और हम सभी जानते हैं की रणवीर सिंह बहुत ही अनुशासित हैं और अपने किरदार को निभाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं.
धन योग :-
धन भाव में उच्च के शनि का केतु के साथ विराजमान होना धन भाव को प्रबल कर रहा हैं और धन भाव का स्वामी शुक्र अपनी स्वराशि में स्थित हैं जो की प्रबल धन योग बना रहा हैं.
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ध्यान दें:-
ऐसा कहते हैं ज्योतिष शास्त्र में की यदि कुंडली में धन योग हैं तो जातक धन-सम्पदा युक्त जीवनयापन करेगा
प्रेम विवाह योग :-
सप्तमेश गुरु पंचम भाव ( प्रेम) का भाव में बैठे हैं जो यह दर्शाता हैं की जातक का प्रेम विवाह होगा और विवाह के बाद भाग्य में वृद्धि होगी.
कर्म स्थान का अध्ययन :-
कर्म स्थान में मंगल और सूर्य की युति बताती हैं की इनको ज्यादातर पिक्चर मंगल मतलब लड़ाई क्यूंकि मंगल सेनानायक हैं और सूर्य मतलब बड़ा किरदार निभाएंगे क्यूंकि सूर्य राजा ग्रह हैं और मंगल और सूर्य का दशम भाव में बैठना मतलब काम में पूरी लगन व मेहनत करना.
प्रतियोगिता में अव्वल :-
चन्द्रमा ग्रह का छठे भाव में होना यह बताता हैं की जातक जब भी किसी प्रतिस्पर्धा में उतरेगा तो अपने सभी विरोधियो को हरा देगा और सफलता हासिल करेगा.
विभिन्न किरदार :-
राहु ग्रह का कुंडली के अष्टम भाव में होना यह बताता हैं की जातक अपने काम में कुछ नया व बेहतर करेगा और अपने काम की गोपनीयता रखेगा.
एक्टर बनने के योग :-
शुक्र ग्रह ( कला व अभिनय व चकाचौंध का ग्रह ) का स्वराशि होना और तीसरा भाव ( कला व कौशल ) मंगल ग्रह का दशम भाव में होना सफल अभिनेता के गुण प्रदान करता हैं ।
विश्वविख्यात योग सक्रीय कब हुआ :-
गुरु की महादशा (22-11-2001 se 22-11-2017) में चन्द्रमा की अन्तर्दशा (23-03-2013 से 23-07-2014) जो की ( लाभ व इच्छापूर्ति का स्वामी ) हैं और पहली हिट फिल्म ( Golliyon ki Raasleela- Ram-leela ) दिनांक 15 Nov 2013 को रिलीज़ हुई जिन्होंने उनको सफलता के उस मुकाम पर पंहुचा दिया जहा पहुंचने में लोगो को बहुत सालो तक संघर्ष करना पड़ता हैं.
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