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शुक्र देव का रत्न हीरा सबसे कीमती रत्न माना जाता है। हीरा पहनना तो बहुत लोग चाहते हैं किन्तु हर किसी की आर्थिक स्थिति उन्हें हीरा रत्न पहनने की अनुमति नहीं देती है। हीरा रत्न का ज्योतिष में बहुत महत्व है। जिन जातकों की जन्म कुंडली में शुक्र देव कमजोर होते हैं या बलहीन होते हैं, उन जातकों को शुक्र देव को मजबूत करने के लिए व उन्हे बल प्रदान करने के लिए हीरा रत्न धारण करना पड़ता है।
आज के लेख में हम जानेंगे कि किन जातकों को हीरा रत्न धारण करना चाहिए? हीरा रत्न धारण करने से जातक को कौन-कौन से लाभ प्राप्त होते हैं? हीरा रत्न हाथ की किस उंगली में धारण करना चाहिए? इसके साथ ही यह भी जानेंगे कि हीरा रत्न धारण करने के लिए कौन सी धातु सबसे अधिक शुभ मानी जाती है?
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हीरा रत्न किन जातकों को धारण करना चाहिए?
हीरा रत्न के स्वामी शुक्र देव माने जाते हैं। शुक्र देव समस्त भौतिक सुखों के कारक ग्रह हैं। जिन जातकों के जन्म कुंडली में शुक्र देव योग कारक हैं, उन्हें जन्म कुंडली में शुक्र की स्थिति का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसे जातकों की जन्म कुंडली में अगर शुक्र बलहीन या कमजोर हों तो जातक को हीरा रत्न धारण करना चाहिए। हीरा धारण करने से जन्म कुंडली में शुक्र देव की स्थिति मजबूत होगी जिससे जातक को शुक्र देव से जुड़े क्षेत्रों में अत्यंत सफलता मिलेगी। इसलिए इस रत्न को धारण करने से पहले जन्म कुंडली में शुक्र की स्थिति को समझना बहुत आवश्यक है अन्यथा यह रत्न जातक के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
हीरा रत्न पहनने से होने वाले लाभ -
हीरा रत्न पहनने से जातक को निम्नलिखित लाभ होते हैं-
- शुक्र देव प्रेम संबंधों के कारक ग्रह हैं। जिन जातकों के प्रेम संबंध में या वैवाहिक संबंधों में कुछ परेशानी उत्पन्न हो रही है, ऐसे जातकों की परेशानी हीरा रत्न से दूर हो सकती है। हीरा रत्न प्रेम संबंधों में मधुरता का प्रवाह करता है व जातक के वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाता है।
- जिन जातकों को स्त्री पक्ष से कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उन्हें भी शुक्र देव का हीरा रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। हीरा रत्न, स्त्री पक्ष से जुड़े सभी मसलों को हाल करने में जातक की मदद करता है।
- कला क्षेत्र से जुड़े जातकों के लिए भी हीरा रत्न बेहद शुभ माना जात है। जो जातक लेखन, गायन, नृत्य, अभिनय या अन्य किसी कला से जुड़े हुए हैं, ऐसे जातकों को शुक्र देव का रत्न हीरा धारण करने से अपने कार्यक्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त होती है।
शुक्र देव समस्त भौतिक सुख प्रदान करने वाले ग्रह हैं। हीरा रत्न पहनने से जातक को भूमि-भवन-वाहन का सुख प्राप्त होता है। ऐसे जातक को जो अपने जीवन में किसी भी तरह का भौतिक सुख पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, हीरा रत्न पहनने से उनका संघर्ष समाप्त हो सकता है और उनकी यह इच्छा जल्दी पूरी हो सकती है।
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हीरा रत्न धारण करने का शुभ समय-
शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को हीरा रत्न पहनना सबसे अधिक शुभ फल प्रदान करने वाला माना गया है। जो जातक इस रत्न का पूर्ण फल प्राप्त करना चाहते हैं, वो जातक रत्न धारण करने के लिए इस शुभ समय का विशेष ध्यान रखें।
हीरा रत्न धारण करने के लिए शुभ धातु व अंगुली-
हीरा रत्न को चाँदी या सोने की धातु के साथ पहनना सर्वाधिक शुभ माना गया है। हाथ की तर्जनी या अनामिका अंगुली हीरा रत्न पहनने के लिए उपयुक्त मानी जाती है।
निष्कर्ष-
इस प्रकार से हमने शुक्र देव के हीरा रत्न से जुड़े समस्त पहलुओं का विस्तार से विवेचन किया।
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