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जब धन के स्थान का मालिक गोचर में उच्च का होता है वह समय जातक के लिए बढ़िया रहता है ! धन स्थान का मालिक गोचर में जब नीच का होता है जातक को थोड़ी परेशानी रहती है लेकिन उनके साथ अगर कोई ग्रह स्वर्ग रही या उच्च का होता है, तब जातक को दोगुना अच्छा फल मिलता है ! धन स्थान का मालिक षड्बल में चेक करना चाहिए कि वह कितना गुण लिए बैठा है !
ज्योतिष के अनुसार होरा कुंडली में यह देखना चाहिए शुक्र देव कर्क राशि में है या सिंह राशि में है ! अगर गोचर में धन स्थान का मालिक अस्त होता है तो वह समय जातक को थोड़ा कष्ट मिलकर धन आता है ! अगर कोई ग्रह दूसरे भाव से गोचर कर रहा है और वह स्थान अगर षड्बल में 28 से अधिक शक्ति लिए बैठा है, तो वहां से गोचर कर रहा ग्रह शुभ परिणाम देता है !
धन स्थान का मालिक जो होता है उसका दुश्मन ग्रह अगर धन स्थान से गुजरता है तो 15 डिग्री के बाद वह अशुभ फल देता है, परंतु यहां पर कोई शुभ ग्रह की दृष्टि हो तो अचानक कुछ लाभ मिलता है ! धन स्थान के मालिक के साथ अगर कोई अशुभ ग्रह छठे आठवें और बारहवें स्थान का मालिक जोड़ी जाए तब अचानक धन का नुकसान होता है ! जब चंद्र राशि से बारहवें स्थान में चंद्र गुजरता है तो कोई उधारी से पैसा मांगता है और उनको वह जातक दे देता है जिनका बारहवां चंद्रमा अपनी राशि से चल रहा होता है !
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